ClearDekho Success Story: इन दोनो लडको ने चश्मे बेच बना डाली करोड़ो की कंपनी, पढ़े पूरी कहानी!
ClearDekho Success Story: आज के समय में हमारे देश भारत में कई सारे नए बिजनेस और स्टार्टअप खुल चुके हैं, जिसके कारण दूसरे लोगों को भी अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का प्रोत्साहन मिलता है। भारत में रोजाना स्टार्टअप की गिनती इसलिए भी बढ़ती जा रही है क्योंकि आज इंटरनेट के ऊपर हमें कई सारी बिजनेस के सफलता की कहानियां पढ़ने के लिए मिलती है।
इसलिए आज हम आपके लिए एक ओर कमाल के बिजनेस की सफलता की कहानी लेकर आए हैं, जिसमें इस बिजनेस के Founders ने चश्मो को बेचकर करोड़ की कंपनी खड़ी कर डाली है। यहां पर बात कर रहे हैं ClearDekho बिजनेस की जिसे साल 2016 में शुरू किया गया था और आज यह बिजनेस करोड़ का बन चुका है।
इसलिए आज हम आपके लिए एक ओर कमाल के बिजनेस की सफलता की कहानी लेकर आए हैं, जिसमें इस बिजनेस के Founders ने चश्मो को बेचकर करोड़ की कंपनी खड़ी कर डाली है। यहां पर बात कर रहे हैं ClearDekho बिजनेस की जिसे साल 2016 में शुरू किया गया था और आज यह बिजनेस करोड़ का बन चुका है।
ऐसी हुई ClearDekho Success Story की शुरुआत
ClearDekho कंपनी को 2016 में दो लड़कों द्वारा शुरू किया गया था, जिनका नाम है Shivi Singh और Saurabh Dayal, यह दोनों लड़के बचपन से ही काफी अच्छे दोस्त थे और इसी कारण आगे जाकर दोनों ने मिलकर बिजनेस करने का प्लान बनाया। Shivi Singh के बारे में आपको बता दे कि यह पहले से एक बहुत अच्छी नौकरी कर रहे थे पर इन्होंने देखा कि छोटे गांव और छोटे शहरों में Eye Wear की एक बहुत बड़ी प्रॉब्लम है।
जिसके कारण वहां के लोग सही अपनी आंखों के लिए सही और अच्छे क्वालिटी के चश्मे नही ढूंढ पाते हैं और इसी कारण उन्होंने CleanDekho बिजनेस को शुरू करने का निर्णय किया, ताकि वह छोटे गांव और शहरों तक अच्छे क्वालिटी के चश्मे पहुंचा सके।
वही आपको Saurabh Singh के बारे में बताए तो वह भी Wipro, HCL और Paytm जैसी कंपनियों में काम कर चुके थे और जब उनके दोस्त Shivi ने उन्हे इस EyeWear बिजनेस आइडिया के बारे में बताया तो दोनो ने मिलकर ClearDekho बिजनेस पर काम करना शुरू कर दिया और इस तरीके से ClearDekho बिजनेस की शुरुवात हो गई।
Online और Offline दोनों तरह से बेचते हैं चश्मे!
ClearDekho के फाउंडर सौरभ और शिवी दोनों को अपने-अपने फील्ड का काफी अच्छा एक्सपीरियंस था और उन्होंने अपने उसी एक्सपीरियंस को ClearDekho बिजनेस में लगाया, जिसके कारण शुरुआत से ही इन्हें काफी अच्छा रिस्पांस आने लगा था। इस समय ClearDekho अपने चश्मो को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से लोगों तक पहुंचता है।
शुरुआत में इन्होंने चश्मो को ऑनलाइन ही बेचना शुरू किया था और उसके बाद 2018 में इनका पहला स्टोर भारत में खुला था और अभी तक इनके लगभग 100 से ज्यादा स्टोर भारत में खुल चुके हैं।
ClearDekho Success Story: आज के समय में हमारे देश भारत में कई सारे नए बिजनेस और स्टार्टअप खुल चुके हैं, जिसके कारण दूसरे लोगों को भी अपना खुद का बिजनेस शुरू करने का प्रोत्साहन मिलता है। भारत में रोजाना स्टार्टअप की गिनती इसलिए भी बढ़ती जा रही है क्योंकि आज इंटरनेट के ऊपर हमें कई सारी बिजनेस के सफलता की कहानियां पढ़ने के लिए मिल/
ऐसी हुई ClearDekho Success Story की शुरुआतOnline और Offline दोनों तरह से बेचते हैं चश्मे!आज बन चुकी है करोड़ों की कंपनी!ClearDekho Success Story Overview
इसलिए आज हम आपके लिए एक ओर कमाल के बिजनेस की सफलता की कहानी लेकर आए हैं, जिसमें इस बिजनेस के Founders ने चश्मो को बेचकर करोड़ की कंपनी खड़ी कर डाली है। यहां पर बात कर रहे हैं ClearDekho बिजनेस की जिसे साल 2016 में शुरू किया गया था और आज यह बिजनेस करोड़ का बन चुका है।
ClearDekho स्टार्टअप एक Eye Wear कंपनी है जो लोगो को आंखो के चश्मे और अलग प्रकार के चश्मे बेचता हैं। आज के इस आर्टिकल में आप ClearDekho Success Story पढ़ने वाले हैं और आप जानेंगे कि कैसे इस बिजनेस के Founders ने चश्मो को बेचकर करोड़ की कंपनी खड़ी कर दी है।
ऐसी हुई ClearDekho Success Story की शुरुआत
ClearDekho कंपनी को 2016 में दो लड़कों द्वारा शुरू किया गया था, जिनका नाम है Shivi Singh और Saurabh Dayal, यह दोनों लड़के बचपन से ही काफी अच्छे दोस्त थे और इसी कारण आगे जाकर दोनों ने मिलकर बिजनेस करने का प्लान बनाया। Shivi Singh के बारे में आपको बता दे कि यह पहले से एक बहुत अच्छी नौकरी कर रहे थे पर इन्होंने देखा कि छोटे गांव और छोटे शहरों में Eye Wear की एक बहुत बड़ी प्रॉब्लम है।
जिसके कारण वहां के लोग सही अपनी आंखों के लिए सही और अच्छे क्वालिटी के चश्मे नही ढूंढ पाते हैं और इसी कारण उन्होंने CleanDekho बिजनेस को शुरू करने का निर्णय किया, ताकि वह छोटे गांव और शहरों तक अच्छे क्वालिटी के चश्मे पहुंचा सके।
वही आपको Saurabh Singh के बारे में बताए तो वह भी Wipro, HCL और Paytm जैसी कंपनियों में काम कर चुके थे और जब उनके दोस्त Shivi ने उन्हे इस EyeWear बिजनेस आइडिया के बारे में बताया तो दोनो ने मिलकर ClearDekho बिजनेस पर काम करना शुरू कर दिया और इस तरीके से ClearDekho बिजनेस की शुरुवात हो गई।
Online और Offline दोनों तरह से बेचते हैं चश्मे!
ClearDekho के फाउंडर सौरभ और शिवी दोनों को अपने-अपने फील्ड का काफी अच्छा एक्सपीरियंस था और उन्होंने अपने उसी एक्सपीरियंस को ClearDekho बिजनेस में लगाया, जिसके कारण शुरुआत से ही इन्हें काफी अच्छा रिस्पांस आने लगा था। इस समय ClearDekho अपने चश्मो को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से लोगों तक पहुंचता है।
शुरुआत में इन्होंने चश्मो को ऑनलाइन ही बेचना शुरू किया था और उसके बाद 2018 में इनका पहला स्टोर भारत में खुला था और अभी तक इनके लगभग 100 से ज्यादा स्टोर भारत में खुल चुके हैं।
वहीं अगर हम ClearDekho के चश्मों की कीमत के बारे में बात करें तो इनके चश्मे ₹200 से ₹600 के बीच में आसानी से मिल जाते हैं और यही कारण है कि छोटे शहरों और गांव के लोग भी इनके चश्मो को बेहद ही आसानी से खरीद पाते हैं।
आज बन चुकी है करोड़ों की कंपनी!
साल 2016 में शुरू हुई ClearDekho कंपनी आज करोड़ों की कंपनी बन चुकी है, पिछले साल FY2022 में ClearDekho कंपनी ने 7.50 करोड रुपए का रेवेन्यू बनाया था। इस कंपनी का यही गोल है कि वह छोटे शहरों एवं गांव के लोगों तक अच्छे क्वालिटी के Eyewear को पहुंचा सके।